आधुनिक जीवन पद्धति, फ़ास्ट फ़ुड का प्रचलन, ज्यादा समय बैठा रहना, बार बार खाना, चाय ज्यादा पीना, मानसिक टेन्शन, नीन्द का कम आना, धुम्रपान करना, व अत्यधिक पैन किलर दवाइँया , खाने से जलन , एसिडीटी, अलसर, आदि रोग होने की अधिक सम्भावना ज्यादा रहती है !
समाधान: १ कारणो का परित्याग,
२, औषधें.
सुतशेखर रस = २५० मि. ग्रा.
कर्पदिका भस्म= २५० मि. ग्रा.
धात्री लौह = २५० मि. ग्रा.
अविपत्ति कर चुर्ण = २ ग्रा.
इन सब को मिलाकर एक पुडिया बना ले, यह एक मात्रा है , खाना खाने से पहले शहद के साथ दिन मे तो बार ले , ऐसा लगातार २५ दिनो तक करे तथा कारणो का परित्याग करे.
कृपया चिकित्सक की देखरेख मे ले।
आज के आधुनिक युग मे जहाँ हमने दवाईयों से कई बीमारीयों पर फतह पायी है, वही इनके साईड-इफ़ेक्ट के कारण कई नयी बीमारीयों से ग्रस्त भी हुए हैं, हमारा यह प्रयास होगा कि आप तक ऐसे अचूक तरीके ले आयें ताकि आप बिना किसी अतिरिक्त हानि के स्वास्थ्य लाभ कर सकें।
आज ३० सितम्बर को जीवनऊर्जा के द्वारा १०००वें प्रश्न का समाधान दिया गया। वो भी तब जब जीवनऊर्जा पर नए पोस्ट नहीं डाले जा रहे हैं, मैं समझती हूं कि यह अपने आपमें जीवनऊर्जा के लिए बड़ी उपलब्धि है। जीवनऊर्जा यानि कि आप, मैं और वह हरेक व्यक्ति जो ऊर्जान्वित जीवन जीने की तमन्ना रखता है। आप सबको जीवनऊर्जा की तरफ से ढ़ेरो बधाई।
हम आपके प्रश्नों को पाकर एवम उनके समाधान की कोशिश कर अत्यंत प्रसन्न हो रहे हैं। आगे भी ये सिलसिला यूंही बना रहेगा। आप मुझे avgroup@gmail.com पर अपने सवाल यूंही भेजते रहें और जीवनऊर्जा से अपना स्नेह बनाएं रखें।
हमें यह बताते हुए भी हर्ष हो रहा है कि अब कुछ दिनो से हनी मनी नामक प्रत्रिका में भी जीवनऊर्जा के लेख नियमित रूप से हर महीने आने लगे हैं। उस पत्रिका के पाठको का स्नेह भी जीवनऊर्जा को वैसा ही मिल रहा है जैसा आपने दिया। ..... तहेदिल से शुक्रिया
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very useful and informative post, acidity a very common problem....found now a days. will surely share this with my known ones.
ReplyDeleteRegards
आभार जानकारी का.
ReplyDeleteshriman aapne avipittikar churna 2 gm likha hai ya 250 gm
ReplyDeletem.s.bisht
thanx for yur comment : seema ji
ReplyDeleteanoymous ji ; avipattikar churan ki mattra 2 gm likhi gai hai : aap isko 1 gm bhi le sakte ho