Dear Doctar, myself anil kumar, age 28 yrs. , male, body type - little more then average n I m 'Kaugh Prakiti' (as called in ayrveda - vat, pitta, kough)person. About my problem - Me 'sukhasan' me (althi palthi) jab bethata hun to mere legs me blood circulation rukne ke vajah se legs sunn ho jaate he (normaly kaha jaha he - pav so gaye he). Ye problem me bachapan se face kar raha hun. Kursi par bhe jab pav ke upar pav rakhkar bethata hu to thodi der me pav sunn ho jaata he. Ye problme dono pavo me he. Meri Jaanghe moti he aur bachpan me main mota tha (abhi vapas ho raha hun). Plz agar iska koi treatment ya solution he to mujhe batayiye. Me aapka abhari rahunga. Many Thanks, Anil Kr.
अनिल कुमार जी, आप सुप्त वात से पिडित हो इसमे कफ़ावृत वात के कारण स्रोतोवरोध हो जाता है । सबसे पहले आप स्रोतोशोधन योग ले -
योगराज गुगुलु २५० मि. ग्रा.
आरोग्य वर्धनी वटी २५० मि. ग्रा.
शुद्ध शिलाजीत ५०० मि. ग्रा.
एकांग वीर रस २५० मि. ग्रा.
यह एक मात्रा है सुबह शाम ताजे पानी के साथ ले
महारास्नादि क्वाथ ५० मि. लि. सुबह शाम
अमृतभ्ल्लातक अवलेह १ चमच रात को दुध के साथ
मालिश के लिये सैन्धवादि तैल तथा मालिश करने के बाद , निर्गुन्डि के पत्ते पानी डालकर कुकर मे रख कर भाप द्वारा सेक करे । ध्यान रखे कि भाप लगने के बाद हवा ना लगने दे कम से कम १ घन्टे तक।
गरिष्ठ भोजन, तैलीय , अधिक मसाले दार , दही, लस्सी , उड्द की दाल, मांस, भारी भोजन, आदि का परहेज रखे॥
१ महीने तक इस योग को करे , उसके बाद मुझे मेल द्वारा सुचित करे
आज के आधुनिक युग मे जहाँ हमने दवाईयों से कई बीमारीयों पर फतह पायी है, वही इनके साईड-इफ़ेक्ट के कारण कई नयी बीमारीयों से ग्रस्त भी हुए हैं, हमारा यह प्रयास होगा कि आप तक ऐसे अचूक तरीके ले आयें ताकि आप बिना किसी अतिरिक्त हानि के स्वास्थ्य लाभ कर सकें।
आज ३० सितम्बर को जीवनऊर्जा के द्वारा १०००वें प्रश्न का समाधान दिया गया। वो भी तब जब जीवनऊर्जा पर नए पोस्ट नहीं डाले जा रहे हैं, मैं समझती हूं कि यह अपने आपमें जीवनऊर्जा के लिए बड़ी उपलब्धि है। जीवनऊर्जा यानि कि आप, मैं और वह हरेक व्यक्ति जो ऊर्जान्वित जीवन जीने की तमन्ना रखता है। आप सबको जीवनऊर्जा की तरफ से ढ़ेरो बधाई।
हम आपके प्रश्नों को पाकर एवम उनके समाधान की कोशिश कर अत्यंत प्रसन्न हो रहे हैं। आगे भी ये सिलसिला यूंही बना रहेगा। आप मुझे avgroup@gmail.com पर अपने सवाल यूंही भेजते रहें और जीवनऊर्जा से अपना स्नेह बनाएं रखें।
हमें यह बताते हुए भी हर्ष हो रहा है कि अब कुछ दिनो से हनी मनी नामक प्रत्रिका में भी जीवनऊर्जा के लेख नियमित रूप से हर महीने आने लगे हैं। उस पत्रिका के पाठको का स्नेह भी जीवनऊर्जा को वैसा ही मिल रहा है जैसा आपने दिया। ..... तहेदिल से शुक्रिया
Dear Doctar,
ReplyDeleteThanks for ur reply. kuch confusion he - 1. srotoshodan yog (yograj gugul to ekang veer ras) alag alag lene he ya ek saath mix karke.
2. malish ko jara detail me samjha sakte he. Bhap se sek kis tarah ki jaati he.
Waiting for reply.
Regds,
Anil.
अनिल जी , योगराज गु. और एकांग वीर रस एक साथ ही लेने है , भाप लेने के लिये कुकर मे पानी और निर्गुन्डी के पत्तों को डालकर , कुकुर की सिटी उतार कर उस पर एक नाली फ़िक्स कर दे फिर उस नाली से प्रभावित स्थान पर भाप ले
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