आज ३० सितम्बर को जीवनऊर्जा के द्वारा १०००वें प्रश्न का समाधान दिया गया। वो भी तब जब जीवनऊर्जा पर नए पोस्ट नहीं डाले जा रहे हैं, मैं समझती हूं कि यह अपने आपमें जीवनऊर्जा के लिए बड़ी उपलब्धि है। जीवनऊर्जा यानि कि आप, मैं और वह हरेक व्यक्ति जो ऊर्जान्वित जीवन जीने की तमन्ना रखता है। आप सबको जीवनऊर्जा की तरफ से ढ़ेरो बधाई।

हम आपके प्रश्नों को पाकर एवम उनके समाधान की कोशिश कर अत्यंत प्रसन्न हो रहे हैं। आगे भी ये सिलसिला यूंही बना रहेगा। आप मुझे avgroup@gmail.com पर अपने सवाल यूंही भेजते रहें और जीवनऊर्जा से अपना स्नेह बनाएं रखें।

हमें यह बताते हुए भी हर्ष हो रहा है कि अब कुछ दिनो से हनी मनी नामक प्रत्रिका में भी जीवनऊर्जा के लेख नियमित रूप से हर महीने आने लगे हैं। उस पत्रिका के पाठको का स्नेह भी जीवनऊर्जा को वैसा ही मिल रहा है जैसा आपने दिया। ..... तहेदिल से शुक्रिया

March 29, 2011

क्या आप इस आग का हिस्सा नहीं बनना चाह्ते?

आग की बात करने से आग लगती नहीं
कम से कम इक चिंगारी लगानी पडती है

ख्वाब देखने से क्या होता है भला?
सच ये है कि नींद उडानी पड़ती है

क्या नही है इसका अफसोस करके क्या फायदा
जो है उसकी तिश्नगी बढानी पडती है

तकदीर ओ तदबीर की जंग मिटती नहीं
अपनी कहानी खूद बनानी पड़ती है

दर्द है इस जहां मे बहूत गरिमा
खुशियाँ तो खूद से ही लानी पड़ती है

हाँ जानती हूँ मेरी यह कविता कोई मास्टर पीस नही है... पर जो मास्टर पीस है उससे रूबरू होने के बाद मुझे अपनी लिखी ये कविता याद आ गयी।

आप ये मत सोचियेगा की जीवनऊर्जा पर कवितायें होने लगी है, जीवनऊर्जा आज भी अपने नियम पर खरा उतर रहा है। आज की बीमारी अत्यंत सघन है, भ्रष्टाचार। हाँ अकेले जीवन ऊर्जा के पास इसका ईलाज नही है लेकिन अगर हम सब मिल जाये तो जरूर संभव है।

कुछ दिनो पहले ही sms के जरिये IAC के बारे मे जानकारी मिली... वेबसाईट पर गयी तो जो जानकारी पढ़ने के बाद मिली फिर अपने आपको रोक पाना असंभव सा लगा, तुरंत ही वोट बैंक के लिये और IAC के अन्य कार्यकलापों के लिये रजिस्ट्रेशन किया। और पता किया कि जयपुर मे क्या गतिविधी हो रही है।

अब जो वक्त आया है कि हम अपने अधिकार के लिये लड़ सके... कोई कृष्ण बनकर रास्ता दिखा रहा है तो मै कैसे धृतराष्ट्र बनी रह सकती थी भला।

अर्जुन ना सही... पर एक अदना सी सिपाही की तरह आगे आने कि हिम्मत तो होनी ही चाहिये। वरना तो सिर्फ यही कहना पड़ेगा कि "हमारे देश का कुछ नही हो सकता।"

मुझे इस वाक्य से गुरेज है कारण कि ये देश अगर भ्राष्टाचारियों का है तो मेरा भी है... फिर वो इस पर आधिपत्य जमा कर कैसे बैठ सकते हैं? और मै चुप ही रहूँ।

हमारे सिपाही इसलिये सीमा पर अपनी जान नहीं देते ताकि हम अन्दर के आतंकवाद मे मारे जायें। अगर वो सीमा पर अपना काम बखूबी निभा रहें हैं तो मै भी किसी सैनिक से कम नहीं, कम से कम अपने कार्य क्षेत्र मे तो मै भ्रष्टाचार के खिलाफ पहल कर सकती हूँ।

बचपन मे पढ़ा था... भगत सिंह ये कहकर शहीद हो गये कि उनके बाद हर घर मे भगत सिंह पैदा होंगे। हाँ हुए तो थे, तभी तो अंग्रेजो को हमारा देश छोड़कर भागना पड़ा, आज एक बार फिर जरूरत है भगत सिंह को वापस आना होगा। कब तक कोई इंतजार करेगा कि भगत सिंह पैदा हों हमारे यहां? क्यों ना भगत सिंह का वो जज्बा अपने अन्दर ही पैदा हो? किसी और का इन्तजार कब तक?

मेरी इस सोच का रास्ता मिल गया अन्ना और IAC के बारे मे जानकर। मै जानती हूँ कि मै तो इस देश की एक छोटी सी कड़ी हूँ, आप मे से कई लोग मुझसे कहीं ज्यादा कुछ करना चाहते होंगे। फिर किस बात की देर है?

आगे आयें, और जुड़ जायें इस महा अभियान में.... अपने लिये, अपने देश के लिये, अपने भविष्य के लिए...

अन्ना और IAC के बारे मे और जानकारी के लिये निम्न कडियो पर जरूर जायें।

www.indiaagainstcorruption.org

http://www.facebook.com/IndiACor

http://twitter.com/janlokpal

Just give a miss call to toll free number 02261550789 for your support to Anna Hazare

इस आग का हिस्सा जरूर बनें और दूसरो को भी बनायें।


विनम्र अनुरोध- हम चिट्ठाकार आज के समय एक प्रबल और सशक्त भुमिका निभा रहें हैं अपनी भावनाओं को जनता तक उजागर कर उनमे नया जोश भरने में। फिर यह जोश अपने देश के लिये है इसको भी बाँटे, मेरा आप सबसे विनम्र अनुरोध है कि अपने अपने चिट्ठा पर इस आंदोलन का जिक्र जरूर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे जान पायें।

5 comments:

  1. mujhe bachpan se kum sunai deta hai, meri umar 27 hai, doctor kehte hai kee meri kaan ki nas kamjor hai.
    Kya aayurved mei iska ilaaj hai.

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  2. Prasant ji I m sorry but ayurveda ke liye aapko Dr. Rana ko email karna chahiye.

    Haan accupressure aur healing se is tarah ke case ko maine theek hote hue dekha

    Dr. Garima Tiwari

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  3. पढकर बहुत अच्छा लगा

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  4. waah - waa !!
    very near to
    any master-piece .... !!!

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  5. अच्छी कविता उपयोगी लिंक

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जरूर बताये, आज कि यह जानकारी कैसी लगी? अच्छी नही लगी हो तो भी बतायें, ताकि हम खुद को निखार सकें :)