आज ३० सितम्बर को जीवनऊर्जा के द्वारा १०००वें प्रश्न का समाधान दिया गया। वो भी तब जब जीवनऊर्जा पर नए पोस्ट नहीं डाले जा रहे हैं, मैं समझती हूं कि यह अपने आपमें जीवनऊर्जा के लिए बड़ी उपलब्धि है। जीवनऊर्जा यानि कि आप, मैं और वह हरेक व्यक्ति जो ऊर्जान्वित जीवन जीने की तमन्ना रखता है। आप सबको जीवनऊर्जा की तरफ से ढ़ेरो बधाई।

हम आपके प्रश्नों को पाकर एवम उनके समाधान की कोशिश कर अत्यंत प्रसन्न हो रहे हैं। आगे भी ये सिलसिला यूंही बना रहेगा। आप मुझे avgroup@gmail.com पर अपने सवाल यूंही भेजते रहें और जीवनऊर्जा से अपना स्नेह बनाएं रखें।

हमें यह बताते हुए भी हर्ष हो रहा है कि अब कुछ दिनो से हनी मनी नामक प्रत्रिका में भी जीवनऊर्जा के लेख नियमित रूप से हर महीने आने लगे हैं। उस पत्रिका के पाठको का स्नेह भी जीवनऊर्जा को वैसा ही मिल रहा है जैसा आपने दिया। ..... तहेदिल से शुक्रिया

July 07, 2008

बर्फ द्वारा उपचार

बर्फ का रोगों के उपचार में उपयोग कोई नई बात नही है पहाडी देशों में सर्द ऋतु में प्रथम हिमपात की बर्फ को वहां से रहने वाले खूब खाते हैं क्यूंकि उनका विश्वास है की इस बर्फ के कारण उन्हें वर्ष भर कोई रोग नही लगेंगे इसी प्रकार मैदानी प्रदेशों में ओलो को एकत्र कर के उनके पानी को जल को प्रयोग किया जाता है कुछ वर्षों से अमरीका में यह कोशिश हो रही है की अत्यन्त न्यूनतम तापक्रम उत्पादन की सहायता से स्वस्थ सम्बन्धी समस्याओं का उपचार किया जा सके और इस की सफलता से प्रेरणा पा कर अमरीकी डॉ कर्नल आथर ग्रांट ने इसका उपयोग दर्द में करने का निश्चय किया उन्होंने अनेक दर्द पीड़ित लोगों को दर्द स्थलों पर मला और इस के नतीजे अच्छे निकले असल में दर्द में जब बर्फ को मला जाता है तो स्थान शीतल हो जाता है और वहां पर शुन्यता का अनुभव होता है और इस से पीड़ा कम होने लगती है और धीरे धीरे समाप्त हो जाती है
बर्फ का प्रयोग जल जाने पर यदि उसी वक्त लगा दिया जाए तो उस जगह पीड़ा तो कम होती ही है किसी चाले के साथ कोई निशान भी नही पड़ता है इसका प्रयोग गठिया खून निकलने पर खरोच लगने पर लू लगने पर भी किया जाता है


इस के आलावा किसी के पास इस से सम्बंधित जानकारी हो तो वह यहाँ हमारे साथ जरुर बांटे .क्यूंकि ज्ञान बताने से और बढ़ता है :)

रंजू

1 comment:

  1. बर्फ से उपचार की अच्छी जानकारी. थोड़ा और विस्तार दिजिये.

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जरूर बताये, आज कि यह जानकारी कैसी लगी? अच्छी नही लगी हो तो भी बतायें, ताकि हम खुद को निखार सकें :)