खैर मै बात कर रही हुँ उन लोगो के लिये जिन्हे वाकई मे उच्च रक्तचाप एक समस्या लगती है, और वो उससे निजात पाना चाहते हैं।
- डॉकटर्स एक तो सीधा सा उपाय बता ही देते हैं, नमक मिर्च मसाले बन्द कारण कि उच्च रक्तचाप होने के मुख्य कारणो इनका नाम अग्रणी होते हैं।
- रोज-रोज दवाई खाते रहो।
- थोडी बहुत व्यायाम भी करो।
ये तीन नियम डॉकटर्स सुना देते हैं, आगे योग गुरू आपको योग सिखाते हैं, वो भी पुरे २- २ घंटे का, अब आज की दौडती भागती जिन्दगी मे रुखा-सुखा खाना और दवाईयो के साईड-ईफ़ेक्ट झेलना, साथ मे व्यायाम भी करना, ले देकर हम इंसान कम बीमार मशीन लगने लगते हैं।
अब आप कहेंगे कि फ़िर क्या करें.....? मै बताती हुँ ना :)
पहले तो आप रेगुलर चेक कराईये कि आपका रक्तचाप कब ज्यादा रहता है, महीने मे कितने दिन, सामान्य रहता है, रक्तचाप सिर्फ़ किन्ही खास मौसम, वक्त मे बढता है।
मै यहाँ मानकर चल रही हुँ कि आप उच्च रक्तचाप के गम्भीर मरीज हैं, उसी हिसाब से समाधान दे रही हुँ, विस्तृत रुप से जानने के लिये आप मुझे सम्पर्क कर सकते हैं।
- शुरू मे दवाओ को नियमित रूप से लेते रहें।
- योगासन शुरू करें, पर दो घंटे करने की जरूरत नही है, दिन के सिर्फ़ २० मिनट, ( या फ़िर आप पहले से योगासन, व्यायाम करते आ रहे हैं तो ठीक है)
- अगर आप योगासन के आदी नही हैं तो आप १२ चरण का सुर्यासन किजिये।
- साथ मे प्राणायाम शुरू किजिये, सबसे पहले सिर्फ़ कुम्भक प्राणायम कुछ दिन अभ्यास के बाद, अनुलोम-विलोम का पहला चरण, कुछ दिनो बाद, भ्रामरी, फ़िर अनुलोम विलोम का दुसरा चरण, फ़िर तीसरा चरण, फ़िर भ्रस्तिका, उसके फ़िर से अनुलोम विलोम का चौथा चरण।
- याद रखिये कि सारे एक दिन नही करना है बल्कि इसी क्रम मे थोडे थोडे दिनो के अन्तराल पर करना है।
- कुछ दिनो के लिये आपका भोजन भी रूखा-सुखा ही रहेगा, मतलब की जैसा डॉक्टर ने बताया है।
- ऊर्जान्वित सफ़ेद पिरामीड मे एक कटोरी पानी रखिये, उसे १२ घंटे रहने दिजिये, फ़िर उसके बाद पी जाईये।
- सफ़ेद काँच के बोटल मे ४ घंटे के लिये पानी रखिये और उसको पीते रहिये।
- ॐ शान्ति मन्त्र का जाप करें ( अगर कोई धार्मिक पाबन्दी ना हो तो) । ॐ शान्ति मन्त्र का प्रभाव मैने प्रत्येक मरीजो पर देखा है, पर कोई पाबन्दी नही है कि आप करो ही, करो तो अच्छा होगा।
- रक्तचाप को सामान्य कराने वाला मेडिटेशन करिये। कौन सिखायेगा? मै हुँ ना :) या फ़िर आप अपने आसपास मेडिटेशन सेंटर पर जाईये, थोडी जेब ढीली करिये और सीखीये।
- इस सबके बाद जरूरत हो तो औरा हीलींग भी कराईये।
- मौसमी फ़लो के रस का सेवन करें ( घर के बनाये हुए)
- एक कप लौकी का जुस, एक चम्मच अदरक का रस, १० तुलसी के पत्ते, और १० पुदीना के पत्ते इनका जुस बनाये और पी जाईये, तुरन्त ( खुद भी लिजिये और घर मे बाकी लोगो को भी ताकि उन्हे कभी उच्च रक्तचाप से सामना करना ही नही पडे।
मर्ज के अनुरूप २ हफ़्ते से ही असर होने लगता है, और आपको धीरे धीरे दवाई की मात्रा कम करने की परमिशन आपका शरीर देने लगेगा।
आगे चलकर दवा बन्द हो जायेगा, रुखी सुखी की जगह अब अच्छा खान शुरू करें, हाँ तैलीय भोजन तो अब भी बन्द(कम) ही रहेगा तब भी बहुत सी चीजे खाने का परमिशन मिल जाता है।
हाँ आप कहेंगे कि अब क्या विधी २-११ बन्द कर दिजिये... तो मुझे कहना पडेगा नहीं, व्यायाम बन्द नही होगा, पिरामीड के पानी का प्रयोग अब रोज ना होकर हफ़्ते/महीने मे एक बार होगा। सुर्य चिकित्सा का जल चलता रह सकता है आगे २ साल बाद के लगभग अब इसकी जरूरत नही रहेगी।
मेडिटेशन चलता रहेगा... और.... और तो कुछ नही था... १२,१३ तो भोजन सामग्री हैं :)
बस उच्च रक्तचाप रहित खुशहाल जीवन जीने के लिये तैयार हो जाईये।
वाह डाक्टरनी साहिबा, आजकल तो ब्लॉग जगत को रोज रोज कुछ नया बता रही हो...गुड है जी, लगे रहो..इतना समय कैसे निकाल लेती हो?
ReplyDeleteऔर हीलिंग कैसी चल रही है? बहुत दुआ मिलेंगी, दुनिया का इतना भला जो कर रही हो..
अरे, हम तो खुद ही परेशान है उच्च रक्त चाप से. रोज दवाई पर टिके हैं. आपको पढ़्कर कुछ उम्मीद जागी है.
ReplyDeleteकौन से योगासन रक्तचाप में लाभदायक होंगे , बतायें
ReplyDeleteभईया आपको जल्द ही पता लगेगा कि इतने दिनो बाद मै फ़िर से रोज रोज क्यो लिखने लगी हुँ, :)
ReplyDeleteसमीर जी परेशान मत होईये और शुरू हो जाईये इन नियमो के साथ जल्द ही उच्च रक्तचाप से छुटकारा मिल जायेगा।
अफ़लातुन जी रंजना जी ने भी पोस्ट डाल दिया है, और फ़िर मैने भी बताया है इसी पोस्ट मे, एक बार फ़िर से नजर दौडाईये। :)
what we should do whan the blood B.P become high as 220 or 225 if any patient is fat or having problem of high B.P than what we should do for his treatment
ReplyDeleteसामान्य तौर पर मैने जो तकनीक यहाँ बताई है वो २२०-२२५ रक्तचाप होने पर भी काम करेगा। बस शुरू मे हो सकता है कि व्यक्ति व्यायाम ना कर सके, ऐसी स्थिती मे कुछ आराम होने के बाद व्यायाम करना शुरू करना चाहिये। वजन ज्यादा हो तो वजन कम करने का उपाय करें। जिसके लिये सही आहार, योग और मेडिटेशन करना चाहिये।
ReplyDeletethik thak hai lekin angreji dawa choodna muskil lagta hai rajan kumar
ReplyDeletethik thak hai lekin angreji dawa chodna mushkil lagta hai
ReplyDeletekya blood pressure bilkul thik ho sakta hai
ReplyDeletejaldi kam karne ke koi upay bataye
ReplyDeletejaldi thik hone kya upay bataye
ReplyDeleteRajkumar ji koi jadu ki chhadi nahi hoti, theek hona ek prakriya hai jisme saari quality ke saath aapka dhairya bhi shaamil hota hai, aap chaaien to apni detail ke saath mujhe email kar den
ReplyDeleteThanks
Garima
mein umar 30 saal hai aur mujhe 170/120 blood prasure kabhi kabhi ho jata hai mein kya karu kuch rasta bataee..
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