sabhi Jaanch aur abhi tak ke ilaaj ka pura byora mail se dena sambhav nahin hai. kripaya margdarshan den ki hum kis tarah se aapse uchit paramarsh lekar laabh le sakte hain.
dhanywad.
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Sarvesh Tiwari
आपकी पत्त्नी रक्त्ज और पित्त्ज दोष की अधिकता से पिडित है , आप निश्चिन्त होकर ये योग अपनी पत्त्नी को दें--
गोक्षुरादि गुगुलु ३०० मि. ग्रा.
वासा चुर्ण २ ग्रा.
निम्ब चुर्ण १ ग्रा.
आँवला चुर्ण १ ग्रा.
हल्दी चुर्ण १ ग्रा.
सुबह शाम ताजे पानी के साथ ले
खाना खाने के बाद देवदार्व्यारिष्ट २५ मि. लि. और समान मत्रा मे पानी मिलाकर खाना खाने के बाद दो बार।
खाने मे सांटी चावल का अधिकता से प्रयोग करे और दाल का परहेज रखे।
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