आज ३० सितम्बर को जीवनऊर्जा के द्वारा १०००वें प्रश्न का समाधान दिया गया। वो भी तब जब जीवनऊर्जा पर नए पोस्ट नहीं डाले जा रहे हैं, मैं समझती हूं कि यह अपने आपमें जीवनऊर्जा के लिए बड़ी उपलब्धि है। जीवनऊर्जा यानि कि आप, मैं और वह हरेक व्यक्ति जो ऊर्जान्वित जीवन जीने की तमन्ना रखता है। आप सबको जीवनऊर्जा की तरफ से ढ़ेरो बधाई।

हम आपके प्रश्नों को पाकर एवम उनके समाधान की कोशिश कर अत्यंत प्रसन्न हो रहे हैं। आगे भी ये सिलसिला यूंही बना रहेगा। आप मुझे avgroup@gmail.com पर अपने सवाल यूंही भेजते रहें और जीवनऊर्जा से अपना स्नेह बनाएं रखें।

हमें यह बताते हुए भी हर्ष हो रहा है कि अब कुछ दिनो से हनी मनी नामक प्रत्रिका में भी जीवनऊर्जा के लेख नियमित रूप से हर महीने आने लगे हैं। उस पत्रिका के पाठको का स्नेह भी जीवनऊर्जा को वैसा ही मिल रहा है जैसा आपने दिया। ..... तहेदिल से शुक्रिया

July 04, 2008

वाईरल खाँसी और समाधान

कई दिनों से जीवन ऊर्जा सोया हुआ है, कुछ वक्त की कमी और कुछ मेरा लिखने के प्रति आलसी होना, पर आज मैने सोचा इसे जगा ही दिया जाए, मुझे याद है मेरा पिछला लेख हृदय समस्या पर था और अगली कडी भी लिखना था, बहुत दिन बीत गये अब तक, मै उसे अगले लेख मे जरूर लिखुँगी, अभी हम बात करते हैं आजकल होने वाली वाईरल खाँसी की जो सम्भवतः हर जगह फ़ैल रही है, मेरा ऐसे बोलने के पीछे कारण है कि स्थानीय और दूरस्थ मरीजों मे इस रोग से ग्रसित मरीजो की प्रतिशतता ज्यादा है।

लक्षण-
मुख्यरूप से शुरुआत हो रहा है गले मे हल्के से दर्द से, जैसे टांसिल मे शोथ हो, दर्द १२-१८ घंटे के अंदर बढने लग रहा है, फ़िर शरीर मे दर्द, जुकाम सी स्थिती और बुखार, और उसके बाद भयंकर खाँसी से सामना हो रहा है जो कि १ हफ़्ते से लेकर १ महीने तक परेशान कर सकता है, सामान्य तौर पर मरीज इसे मौसम की मार समझकर हल्की फ़ुल्की दवा खाकर सोच रहे हैं कि बस २-३ दिनो मे ठीक हो जाना है, पर ऐसा हो नही रहा है, और जब तक चिकित्सक से सलाह ली जाती है, रोग चरम सीमा पर मिल रहा है, आगे आप जानते हैं, स्वास्थ्य और पैसा दोनो को भुनाईये।

पहले आप यह जानिये कि क्या करें, उपरोक्त लक्षण प्रकट होने पर-
  1. पहले तो आप तुरन्त गलाले शुरू किजिये
  2. ठंडी चीजो से कुछ दिनो के लिये दुरी बनाईये
  3. अदरक का छोटा सा टुकडा चुसना शुरू करें,
  4. काँच के लाल बोटल मे पानी डालकर १ घंटे के उसे धुप मे रखिये, पानी को सामान्य तापमान पर आने दें, फ़िर थोडा थोडा करके इसे पिये।(बोटल लाल नही मिलने पर सफ़ेद बोटल पर लाल रंग का कागज चिपका लें)।
  5. १२ घंटे का इंतजार कर लिजिये, अगर फ़र्क नही पडता है या फ़िर परेशानी बढती हुई लगे तो डाक्टर पास जरूर जायें।
  6. एन्टीबायोटिक के साईड-ईफ़ेक्ट से बचने के लिये, और जल्दी से ठीक होने के लिये, सेल्फ़-मेडिटेशन करें।
  7. इस दौरान कडी १-४ तक कि विधी को भी जरूर चालु रखें।
  8. इन सबके बाद भी अगर ५ दिनों मे आराम नही होता है तो ऊर्जा चिकित्सक को समपर्क करें, और ऊर्जा चिकित्सा करवायें (आप चाहे तो पहले दिन ही सम्पर्क कर लें)।

अब बताती हुँ कि हम बचाव के लिये क्या करे

  1. सबसे पहला काम कि अगर आपके आस-पास, आपका कोई मित्र, परिजन इस रोग से ग्रसित हैं तो उसके सामान इत्यादि से थोडी दुरी बना ले, कारण कि यह अत्यंत सक्रामक है।
  2. बहुत ज्यादा ठंडी चीजो से दुरी बनाकर रखना अच्छा होगा, (सामन्यतः कभी भी इस कायदे मे रहना चाहिये)।
  3. किसी भी तरह के अशुद्ध भोजन से बचे कारण कि बरसात के दिन मे सडन जल्दी होती है, और हमको पता भी नही चलता कि किस तरह के भोजन से हमने कौन से रोग का बीज डाल दिया।
  4. कमजोर औरा रोग प्रतिरोध को कम करता है, इसलिये साप्ताहिक तौर पर औरा ऊर्जान्वित करायें।
  5. इन दिनो लाल रंग का क्रिस्टल आपने साथ रखना फ़ायदेमंद है, यह प्रयोग मैने निजी पर भी किया है, और इतने मरीजो के बीच रहने के बावजुद अभी तक इसके चपेट से बची हुँ।
  6. खाने मे दालचीनी और काली मिर्च की मात्रा को थोडा अधिक कर लें।
  7. इस सबके बावजुद अगर इस बिमारी के चपेट मे आ जाते हैं तो ??? अर्रे भाई इस लेख को फ़िर से पढ लिजिये :)

6 comments:

  1. जानकारी के लिये धन्यवाद।

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  2. चलो देर आए दुरुस्त आए. इसी बहाने डा. दीदी की वापिसी तो हुई. लिखती रहा करो. दुनिया को बहुत कुछ सीखने मिलता है तुमसे.

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  3. हर्ष के उपर आजमा कर देखते हैं, कई दिनों से खांसी मिट ही नहीं रही।

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  4. चलिए इस लेख को पढ़ने का फायदा यह होगा कि हम इस मौसम की मार से बच जायेंगे। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद

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  5. बहुत ही उपयोगी जानकारी वो भी सही वक्त पर .आभार !
    आता रहूँगा सलाह लेने .

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  6. बहुत उपयोगी जानकारी गरिमा ..मैं भी वापस आती हूँ कुछ और जानकारी ले कर :)

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