आज ३० सितम्बर को जीवनऊर्जा के द्वारा १०००वें प्रश्न का समाधान दिया गया। वो भी तब जब जीवनऊर्जा पर नए पोस्ट नहीं डाले जा रहे हैं, मैं समझती हूं कि यह अपने आपमें जीवनऊर्जा के लिए बड़ी उपलब्धि है। जीवनऊर्जा यानि कि आप, मैं और वह हरेक व्यक्ति जो ऊर्जान्वित जीवन जीने की तमन्ना रखता है। आप सबको जीवनऊर्जा की तरफ से ढ़ेरो बधाई।

हम आपके प्रश्नों को पाकर एवम उनके समाधान की कोशिश कर अत्यंत प्रसन्न हो रहे हैं। आगे भी ये सिलसिला यूंही बना रहेगा। आप मुझे avgroup@gmail.com पर अपने सवाल यूंही भेजते रहें और जीवनऊर्जा से अपना स्नेह बनाएं रखें।

हमें यह बताते हुए भी हर्ष हो रहा है कि अब कुछ दिनो से हनी मनी नामक प्रत्रिका में भी जीवनऊर्जा के लेख नियमित रूप से हर महीने आने लगे हैं। उस पत्रिका के पाठको का स्नेह भी जीवनऊर्जा को वैसा ही मिल रहा है जैसा आपने दिया। ..... तहेदिल से शुक्रिया

October 21, 2008

त्रिफला

हरितकी , विभितक, और आँवला, के मिश्रण को त्रिफ़ला के नाम से जाना जाता है। बाज़ार मे यह बना बनाया मिलता है।
लगातार त्रिफ़ला के सेवन से शरीर निरोग रहता है और वॄदावस्था देरी से आती है!
त्रिफ़ला सेवन के कुछ नियम :
एक चमच त्रिफ़ला चुर्ण को रात को सोते समय थोडे गरम पानी के साथ लें।
त्रिफ़ला सेवन के योग्य:
स्थूलकाय, जिनका पेट बाहर निकल आया हो. जिसके बाल झड रहे हो व सफ़ेद भी हो रहे हो, जिनके पेट मे हमेशा कव्ज रहती हो. जो पतला होना चाहते हो. जो हमेशा जवान रहना चाह्ते है। जो कठिन परिश्रम नही करते , जिन्का शरीर ढीला पड गया हो ( थुल थुल) , जिनकी आंखे कमजोर पड गई हो,
त्रिफ़ला सेवन के अयोग्य:
कृशशरीर, वात प्रकॄति के मनुष्य, आदि,
डा. राणा
जीवा आयुर्वेद के लिये
jiva_ayurveda@yahoo.com
i ll find u online in alternative medicine room of yahoo chat

4 comments:

  1. बहुत ही बेहतर जानकरी दे रहे हैं आप ..आसानी से इसको अपनी दैनिक जीवन में अपनाया जा सकता है ..

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  2. आपके सारे पोस्ट जितने संक्षिप्त हैं, उतने ही उपयोगी. जारी रखिये.

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  3. ranjana ji thanx, well ayurveda is so simple that every one can adopt this without any difficulity

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  4. i really liked your information

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