गिलोय की एक बहुवर्षिय लता होती है। इसके पत्ते पान के पत्ते कि तरह होते हैं। आयुर्वेद मे इसको कई नामो से जाना जाता है यथा अमृता, गुडुची, छिन्नरुहा,चक्रांगी, आदि।
घर पर आप सामान्य तॊर इन रोगों मे प्रयोग कर सकते हैं।
सामान्य जुकाम: गिलोय का ५ इंच तना लेकर इसको अच्छी तरह से कुट कर एक कप पानी मे उबाले , जब अधा कप पानी रह जाए तो इसकी चाय बनाकर और इसमे ३ काली मिर्च का चुर्ण डालकर गरम गरम पी जाये। एकदम असर करेगा।
जीर्ण ज्वर : आधे गिलास पानी मे ६ इन्च गिलोय का तना कुट कर अच्छी तरह मिलाकर मिट्टी कि हाण्डी मे रात के लिये रख दे, सुबुह होने पर छान कर इसको पी जाए। ऎसा ६ दिनो. तक लगातार करे।
बच्चों के सामान्य जुकाम नजला, खांसी, बुखार पर: गिलोय के पत्तों का रस निकाल कर उसको शहद मे मिलाकर दो तीन बार चटा दे। एक दम असर करेगा।
आज के आधुनिक युग मे जहाँ हमने दवाईयों से कई बीमारीयों पर फतह पायी है, वही इनके साईड-इफ़ेक्ट के कारण कई नयी बीमारीयों से ग्रस्त भी हुए हैं, हमारा यह प्रयास होगा कि आप तक ऐसे अचूक तरीके ले आयें ताकि आप बिना किसी अतिरिक्त हानि के स्वास्थ्य लाभ कर सकें।
आज ३० सितम्बर को जीवनऊर्जा के द्वारा १०००वें प्रश्न का समाधान दिया गया। वो भी तब जब जीवनऊर्जा पर नए पोस्ट नहीं डाले जा रहे हैं, मैं समझती हूं कि यह अपने आपमें जीवनऊर्जा के लिए बड़ी उपलब्धि है। जीवनऊर्जा यानि कि आप, मैं और वह हरेक व्यक्ति जो ऊर्जान्वित जीवन जीने की तमन्ना रखता है। आप सबको जीवनऊर्जा की तरफ से ढ़ेरो बधाई।
हम आपके प्रश्नों को पाकर एवम उनके समाधान की कोशिश कर अत्यंत प्रसन्न हो रहे हैं। आगे भी ये सिलसिला यूंही बना रहेगा। आप मुझे avgroup@gmail.com पर अपने सवाल यूंही भेजते रहें और जीवनऊर्जा से अपना स्नेह बनाएं रखें।
हमें यह बताते हुए भी हर्ष हो रहा है कि अब कुछ दिनो से हनी मनी नामक प्रत्रिका में भी जीवनऊर्जा के लेख नियमित रूप से हर महीने आने लगे हैं। उस पत्रिका के पाठको का स्नेह भी जीवनऊर्जा को वैसा ही मिल रहा है जैसा आपने दिया। ..... तहेदिल से शुक्रिया
bahtreen jaankaari ke liye shukriya
ReplyDeleteसही बताया आपने .हमारे घर में या खूब लगी हुई है ...और इस बदलते मौसम में इसका प्रयोग बहुत अच्छा होता है .शुक्रिया यूँ ही जानकारी देते रहे .
ReplyDeleteबढ़िया जानकारी दी है आपने. साथ में पत्ते या बेल का चित्र भी रहता तो लोगों को समझने में आसानी रहती. आभार.
ReplyDeletebhut acche jankaree, pehle ptta he nahe thaa... shukriya"
ReplyDeleteRegards
where to find it in Mumbai?
ReplyDeletekafi useful information mili aapsay , phele is ke baree me maloom hi nahi tha . i even tried it and the results are positive. THANX FOR SUCH A NICE INFORMATION.
ReplyDeleteAATI SUNDER
ReplyDeleteAAM JAN KI JAANKARI HETU CHITRA BHI DETE TO SONE PE SUHAGA HO JATA
जानकारी के लिए सुकृया। नेपाल मी ए कहन पे जा सक्ता है? इस्से platelets कि कमी भि ठीक होता है?
ReplyDeleteWhere will i get this plant
ReplyDeletewhere will i get this plant
ReplyDeleteDear Sir,
ReplyDeleteyou can have this plant at any botanical garden